तीन अखिल भारतीय सेवाओं (भारतीय पुलिस सेवा तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के साथ) में से एक, भारतीय वन सेवा देश की पारिस्थितिकीय सुरक्षा के पक्ष की देखभाल करती है। इस प्रकार, इस अकादमी का मूल कार्य भारतीय वन सेवा काडर में देश के 23% भौगोलिक भाग के प्रभावकारी प्रबंधन हेतु समर्थ बनाने हेतु आवश्यक ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण का निर्माण करना है।

आरंभ में 1938 में नए भर्ती होने वाले वन अधिकारियों को पेशेवर वानिकी के प्रशिक्षण हेतु स्थापित वन अनुसंधान संस्थान एवं कॉलेज के एक घटक को 1987 में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी का नया नाम दिया गया और साथ ही सक्षम वन प्रबंधकों को भारत के वन संसाधनों के प्रबंधन को विभिन्न स्तरों, जिनमें सेवाकालीन प्रशिक्षण भी शामिल है, का प्रशिक्षण दिए जाने के उद्देश्य् से इसे स्टाफ कॉलेज का दर्जा दिया गया। अकादमी द्वारा पेशेवर दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है :

  • कक्षा-सत्रों, दौरों, शैक्षिक भ्रमण और विशेष मॉड्यूलों की एक श्रृंखला के माध्यम से भारतीय वन सेवा परिवीक्षार्थियों के लिए पेशेवर वानिकी प्रशिक्षण। यह युवा वानिकों को हमारे देश की पारिस्थितिक संपत्ति के बेहतर प्रबंधन के लिए तैयार करने के अतिरिक्त उनमें मानव मूल्यों और पेशेवर नैतिकता का समावेशन भी करते हैं।
  • राज्य वन सेवा (एसएफएस) से भारतीय वन सेवा में प्रोन्नत होने वाले अधिकारियों के लिए व्यावसायिक कौशल उन्नयन पाठ्यक्रम, जो उन्हें अखिल भारतीय सेवाओं के लोकाचार और कार्यप्रणाली के प्रति संवेदनशील और उन्मुख करने के लिए तथा उन्हें वन प्रबंधन, विकास और प्रशासन के तेजी से बदलते परिदृश्य से अवगत कराने के लिए आयोजित किए जाते हैं।
  • भारतीय वन सेवा अधिकारियों के लिए उनकी सेवा के तीन चरणों अर्थात III, IV और V में क्रमशः 7 से 9, 16 से 18 और 26 से 28 वर्ष की वरिष्ठता वाले अधिकारियों हेतु मिड कैरियर ट्रेनिंग (MCT) कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्य अधिकारियों को देश और विदेश के कुछ प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों में सर्वोत्तम प्रशिक्षण अवसर प्रदान करना है। अधिकारियों को संबंधित क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ बातचीत करने तथा विदेशों में प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन की सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों से परिचित होने का अवसर भी प्राप्त होता है।
  • तीनों अखिल भारतीय सेवाओं, उच्च न्यायपालिका के सदस्यों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाएँ, अन्य सेवाओं के प्रशिक्षु अधिकारियों को वन प्रबंधन क्षेत्र में नई जानकारियां तथा अनुभव साझा करने हेतु एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से परिचय कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।